राहुल गांधी भी निपाह वायरस की तरह है: अनिल विज

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हमेशा अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले हरियाणा के खट्टर सरकार के मंत्री अनिल विज ने एक बार फिर विवादित बयान देते हुए राहुल गांधी की तुलना निपाह वायरस से कर दी है। विज के बयान से राजनीति गर्म हो गई है, दोनों पार्टीयां एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने लगे है। दरअसल हरियाणा के मंत्री ने विपक्ष पर चोट करते हुए, ये कहा था कि राहुल गांधी भी निपाह वायरस की तरह है जो भी उनके साथ जाएगा वो खत्म हो जाएगा।

दरअसल, निपाह एक ख़तरनाक वायरस है, जिसकी चपेट में भारत भी आ चुका है, निपह वायरस से ही केरल में लगभग 15 के करीब लोग मारे गए हैं। इसके चपेट में आने से एक महिला डॉक्टर की भी दर्दनाक मौत हो चुकी है। यह वायरस भारत के विविन्न राज्यों में भी फैल रही है। केरल से होते हुए राजस्थान, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर के बाद अब यह बिहार भी पहुंच चुकी है। जिसके कारण बिहार सरकार ने एडवाइजरी भी जारी की है।

निपाह वायरस की पहचान सबसे पहले 1998 में मलेशिया में हुई थी। निपाह का संक्रमण संक्रमित सुअर और चमगादड़ के सम्पर्क में आने से होता है। यह संक्रमित फल(संक्रमित आम,तरबूज, सेब) खाने से भी फैलता है। या नही तो संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आंरले से भी हो सकता है।

निपाह वायरस का संक्रमण शरीर में होता है, तो इस तरह के लक्षण देखने को मिल सकते हैं।

– अचानक बुखार का आना

– सर दर्द

– मांशपेशियों में दर्द

– मानसिक भ्रम का होना

– उल्टी होना

-48 घंटे के अंदर कोमा में चला जाना

-मस्तिष्क में सूजन (इत्यादि प्रमुख है)

सामान्यत,निपाह वायरस से बचाव के भी कुछ उपाय है, जो प्रत्येक व्यक्ति को जानना चाहिए।

– चमगादड़ वाले इलाकों में मत घूमे,

– सुअर के संपर्क वाले लोगों से दूर रहें,

– बगीचों में गिरे हुए या पक्षी के खाएं फल से बचें,

– इन दिनों ख़जूर के जूस/नीरा/ताड़ी पीने से बचे,

– कुछ व्यक्तिगत सावधानी भी बरतें,जैसे भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचे, घर का खाना ही खाना चाहिए।

ये तो निपाह के लक्षण और बचाव के कार्य हुए, लेकिन क्या राजनीति में निपाह कितना संक्रमित हो पाता है। वो तो आने वाला वक़्त ही बताएगा।

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