पटना हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता और पीआईएल एक्सपर्ट मणि भूषण प्रताप सेंगर ने आज पटना नगर निगम और जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाया है. मणि भूषण प्रताप सेंगर तीन सवाल करते हुए कहां है की पटना जिला प्रशासन के द्वारा नो पार्किंग मे खड़ी की गई गाड़ियों का उठाना और चलान काटने का शुरूआत हो गई है जो बहुत ही अच्छी बात है ऐसा होना चाहिए.
1. सभी नियमों का हवाला देकर बेचारी जनता को क्यों परेशान किया जाता है?
2. क्या जहां से गाड़ियों को उठाया जा रहा है वहॉ पार्किंग की व्यवस्था थी? हां तो ठीक और अगर नही तो कारवाई किस पर होना चाहिये?
3. गाड़ियों को जिन प्रतिष्ठानों मे जाने के लिये नो पार्किंग मे खड़ी की गई थी. जिन्होने की पार्किंग की कोई व्यवस्था नही रखा है. उन कितने प्रतिष्ठानों को पटना जिला प्रशासन ने अभी तक सील किया और जुर्माना लगाया?
अगर इन सभी परिस्थितयों मे जनता को परेशान एवम प्रतिष्ठानों के मालिकों को बचाया जा रहा है तो पटना जिला प्रशासन पुनः कटघरे मे खड़ा होने के लिये तैयार हो जाए अगर ऐसी स्थति रही तो मै निश्चित ही इसके विरूद्ध माननीय पटना उच्च न्यायालय मे जनहित याचिका दायर करूंगा क्योंकि कोई भी कारवाई जनहित के लिये जनहित के विरूद्ध मे नही होना चाहिए.