ट्रेनिंग के बाद करते थे लूटपाट, लिपी सिंह कर दिया काम तमाम

1134
0
SHARE

मुंगेर जिला अंतर्गत खड़गपुर, असरगंज और शामपुर ओपी क्षेत्रों में हुए लूट कांड का उद्भेदन कर लिया गया है। दो घटनाओं में कोढ़ा गैंग की संलिप्तता थी तथा असरगंज की घटना को जमुई लखीसराय के अपराधियों द्वारा अंजाम दिया गया था। मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि खड़गपुर थाना क्षेत्र में चालीस हजार रुपए छिनतई कर भाग रहे बदमाशों को स्थानीय जनता के सहयोग से पकड़ा गया था. पुलिस द्वारा तलाशी के दौरान गिरफ्तार बदमाशों के पास से हथियार भी बरामद हुआ था. खड़गपुर थाना क्षेत्र में हुई लूट की वारदात के बाद रंजीत यादव साकिन नया टोला जुराब गंज थाना कोढ़ा जिला कटिहार और रितेश ग्वाला साकिन फाटा पुकुर जिला जलपाईगुड़ी पश्चिम बंगाल को गिरफ्तार किया गया। उनकी निशानदेही पर सुल्तानगंज और कटिहार में छापामारी की गई है. गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान हो गई है तथा उनकी तलाश में छापामारी की जा रही है. गिरफ्तार अपराधियों ने खुलासा किया है कि गिरोह के सदस्य कटिहार से आकर भागलपुर के सुल्तानगंज में ठहरते थे. सुल्तानगंज से मुंगेर आकर कोढ़ा गैंग के सदस्य खड़गपुर और तारापुर क्षेत्रों में पर्याप्त रेकी करते थे. बैंक के आसपास गिरोह के सदस्य रेकी करते थे और दूसरे सदस्यों द्वारा लूट की घटनाओं को अंजाम दिया जाता था. लूट की घटनाओं में कोढ़ा गैंग को काफी महारत हासिल है. गिरफ्तार अपराधियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

पूरी ट्रेनिंग लेकर लूट की घटनाओं को अंजाम देते हैं कोढ़ा गैंग के सदस्य

कोढ़ा गैंग के सदस्य पूरी ट्रेनिंग लेकर लूट की घटनाओं में शामिल होते हैं. गिरोह के सदस्यों को पहले डिक्की का ताला खोलना, बाइक का ताला मास्टर की से खोला सिखाया जाता है. इसके बाद बाइक चलाना सिखाया जाता है. गिरोह के सदस्य फास्ट बाइक रखते हैं और काफी तेज रफ्तार में बाइक चलाने की ट्रेनिंग लेते हैं. गिरोह के सदस्यों ने खुलासा किया है कि लगभग तीन महीने तक इन लोगों ने बाइक चलाने की ट्रेनिंग ली थी. काफी तेज रफ्तार में बाइक चलाना और अचानक से रोककर बाइक को विपरीत दिशा में भगाने की ट्रेनिंग दी जाती है. डिक्की का लॉक खोल देना और चलती गाड़ी में भी डिक्की का लॉक खोल कर सामान गायब करने की ट्रेनिंग दी जाती है. गिरोह के सदस्यों ने खुलासा किया है कि पहले पूरी की जाती है और ऐसे लोगों को ही निशाना बनाया जाता है जो थैला में पैसा लेकर जाते हैं या फिर डिक्की में पैसे को रखकर बाइक को कहीं लगा कर छोड़ देते हैं. गिरोह के कई सदस्य होते हैं. कुछ सदस्यों का काम टारगेट की पहचान कर रेकी करना होता है और दूसरे लोग लूट की घटना को अंजाम देते हैं.

पैसे निकालते समय बरतें सावधानी

मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने सीएसपी संचालकों और आम लोगों से पैसे की निकासी करते वक्त सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा कि बैंकों पर विशेष निगाह रखी जाएगी तथा आम लोगों से भी अपील है कि यदि बड़ी रकम की निकासी करते हैं तो इसकी सूचना पुलिस को जरूर दें और पुलिस सुरक्षा में उनको उनके घर तक पहुंचाया जाएगा.

LEAVE A REPLY