कोरोना संक्रम के बीच भी पटना में इंसानियत अभी जिंदा है

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रोशनी कुमारी जिसे पटना के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, डॉक्टर ने उनके शरीर में प्लेटलेट काउंट डाउन होने के कारण एक यूनिट एस .डी .पी (सिंगल डोनर प्लेटलेट्स) के लिए तुरंत मांग की और कोरोना संक्रमण की इस गंभीर स्थिति में इतनी जल्द व्यवस्था कर पाना बहुत ही मुश्किल था, ऐसे में उनके परिजनों ने नव्या कृति सोशल फाउंडेशन के अध्यक्ष युवा समाजसेवी डॉ अरविंद कुमार से संपर्क किया और तभी डॉक्टर साहब ने सोशल मीडिया के जरिए एक मैसेज शेयर किया जिसे कई लोगों ने एक दूसरे को  फॉरवर्ड किया, फिर जय प्रकाश नाम के इंस्पेक्टर को ये मैसेज मिला जिसके बाद उन्होंने भी इस मैसेज को तुरंत शेयर किया फिर उन्हीं के मोहल्ले पुलिस कॉलोनी अनिसाबाद के निवासी आलोक कुमार ने इस विपरीत परिस्थिति में पारस हॉस्पिटल जाकर एस. डी .पी डोनेट कर पीड़ित की जान बचाई और मानवता की नींव को कायम रखा समाज के प्रति ऐसी सोच रखने वाले बहुत ही कम लोग होते हैं उनके इस सेवा भाव की जितनी तारीफ की जाए वह कम है साथ ही साथ इस मानवीय कार्य में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस इंस्पेक्टर जयप्रकाश जी के साथ अन्य लोगों का योगदान भी सराहनीय है, इस सामूहिक प्रयासों के बदौलत रोशनी को अब नई जिंदगी मिल जाएगी, क्योंकि पटना पारस अस्पताल रौशनी का ईलाज चल रहा है.

Report: Sunny Kumari

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